DELHI RIOTS 2020


एक ऐसा देश जिसकी विभिन्ता में एकता ही उसकी पहचान हो, ऐसा देश जो किसी एक धर्म को नहीं बल्कि सभी धर्मो को साथ लेकर चलता हो, जिसने पूरी दुनिया को सभी धर्मों को एक साथ रहना सिखाया हो, किसने सोचा था कि एक दिन उस देश के नागरिक ही उस हिंदुस्तान की पहचान उससे छिन लेंगे, उस देश में धुआँ-धुआँ कर देंगे, वो भी उस बात पर जो इस देश की सुंदरता दर्शाती है, जहाँ मंदिर, मस्ज़िद में फर्क नहीं किया जाता, जहां दिवाली और ईद में फर्क नहीं किया जाता पर आज उसी एकता को, उसी सुंदरता को तोड़ा जा रहा है, आज इंसान इंसान नहीं रहा वो तो केवल एक धर्म का ठेकेदार बन कर रह गया है, जो खुदके धर्म को नहीं पहचानता पर उसी के नाम पर सब नष्ट करने निकला है, ये धर्म के ठेकेदार आम लोग भी हो सकते है और हमारे राजनैतिक कार्यकर्ता भी जिनपर लोग बिना कुछ सोचे-समझे इतना विश्वास कर लेते हैं, आज हर तरफ प्यार
नहीं सिर्फ नफरत बांटी जा रही है, और उसी नफरत का परिणाम है दिल्ली में हुए दंगे 

जानिए पूरी घटना 

22 फरवरी की रात 10:30 से कानून का विरोध कर रहे बहुत से लोग एक साथ इकट्ठा हुए, ज़ाफराबाद मैट्रो स्टेशन के पास सड़क के बड़े हिस्से पर कब्ज़ा जमा लिया दरअसल भीम आर्मी ने राष्ट्र व्यापी बंद का ऐलान किया था उसके मददे  नज़र ये कदम उठाया गया, लोगों ने कहा कि वो चाँद बाग से राजघाट तक पैदल मार्च करेंगे पर अगले दिन प्रदर्शनकारिओ से रास्ता खाली करने को कहा गया और उन्हें राजघाट तक मार्च करने की इजाज़त भी नहीं दी गयी,इस समय भाजपा नेता कपिल मिश्रा लगातार अपने ट्विटर पर प्रदर्शन के बारे में कुछ न कुछ लिख रहे थे और दोपहर को कपिल मिश्रा का अचानक से ट्वीट आता है, जिसमे वो नागरिकता संशोधन कानून के समर्थकों से अपील करते है और तीन बजे मौजपुर चौंक पहुंचते हैं, 23 फरवरी तकरीबन 3:30 से 4 बजे कपिल मिश्रा भाषण देते हैं और अपने भाषण में वो कहते हैं कि दिल्ली पुलिस ने कहा है कि वो आगे न जाये और फिर उन्होंने कहा कि हम दिल्ली पुलिस की भी नहीं सुनेंगे और वो वहाँ से चले गए, इसके तुरंत बाद ही वहाँ पथरबाज़ी शुरू हो जाती है मौजपुर चौंक के पास ही समर्थक मौजूद थे और बाबरपुर के पास विरोधी थे और दोनों के बिच भारी मात्रा में पथरबाज़ी शुरू होती है, उसी शाम 4 बजे से मौजपुर, बाबरपुर और चांदबाग में हिंसा फैल गयी पुलिस ने लाठी चार्ज शुरू किया आंसू गैस के गोले भी छोड़े, कई वीडियोस वायरल हुए जिनमें ये पाया गया कि कई पुलिस कर्मी नागरिकता संशोधन कानून के समर्थकों के साथ कानून के विरोधीयों पर पत्थर मारते नज़र आये, इसी दिन 7 बजे से 8 बजे तक हिंसा रूकती हुई नज़र आयी, 9 बजे लोग फिर इक्क्ठा हुए और भयानक हिंसा को अंजाम दिया गया लोगो की गाड़िया, बाइक्स और दुकानों को आग लगा दी गयी,



अगले दिन यानि 24 फरवरी तकरीबन 10 बजे जाफराबाद में प्रदर्शन जारी थे, और दोनों पक्षों के लोगों के बीच फिर से पथरबाज़ी शुरू हुई, फिर से गाड़िओ में आग खबरें आने लगी, पेट्रोल पंप जला दिए गए, लोगों के घरों में पत्थर मारे गए, और इसी दौरान दिल्ली पुलिस के हेड कांस्टेबल के सर पे पत्थर लगने से मौत हो गयी और डीसीपी भी घायल हो गए अगले दिन शाम 7:30 बजे गोकुलपुरी के टायर मार्किट में आग लगा दी गयी और अगले दिन भी यानी 25 फरवरी को भी हिंसा जारी रही और आग लगाई गयी, भारी मात्रा में पत्थरबाज़ी हुई और लोग घायल होते रहे और अब तक मरने वाले लोगों की संख्या तकरीबन 47 हो गयी है और फिलहाल शांति की खबरे आ रही है

दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने आज प्रेस को जानकारी दी कि दो मार्च तक हुए सर्वे में 327 दुकानें और 98 घरों के जलने की बात सामने आयी है, दिल्ली सरकार दावा करती है कि एक हफ़्ते में सबको मुआवज़ा दे दिया जायेगा पुलिस और अस्पताल प्रशासन के मुताबिक अब तक 41 शव मिल चुके हैं और घायलों का आकंड़ा 422 पर है, आज दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने के लिए पहुंचे जहाँ दोनों के बीच दिल्ली हिंसा पर चर्चा हुई |

कांस्टेबल पर पिस्तौल तानने वाला शाहरुख हुआ गिरफ़्तार 

हिंसा के बीच दिल्ली पुलिस के जवान दिपक दहिया पर गोली तानने वाला दंगाई शारुख, उसे क्राइम ब्रांच की टीम ने उत्तरप्रदेश के शामली से गिरफ़्तार कर लिया है, 25 फरवरी को न्यूज़ एजेंसी ANI ने बताया था कि शारुख को गिरफ्तार कर लिया गया है पर फिर 28 फरवरी को इस खबर को झूठा करार दिया गया और ये सामने आया कि शारुख अपने पुरे परिवार के साथ फरार है पर फिर ये शारुख की गिरफ्तारी की नई खबर सामने आती है, जो बिल्कुल है जिसकी वीडियो वायरल हो चुकी है जिसमे शारुख की गिरफ़्तारी साबित हो रही है, खबरों की माने तो शारुख गोली चलाने के बाद पहले कनॉट प्लेस गया, वहाँ से जालंधर गया और फिर जालंधर से शामली दोस्त के पास जा रहा था पर उसे शामली के बस स्टैंड पर ही दबौच लिया गया, पुलिस शारुख का साथ देने वालों को भी ढूँढ रही है और उन्हें भी गिरफ्तार किया जायेगा, 4 मार्च को शारुख को कोर्ट में पेश किया जायेगा |
आखिर कब तक ये नफरत देश में आग लगाएगी? आखिर कब इंसान धर्म से पहले इंसानियत को दर्जा देगा, आखिर कब इंसान धर्म को बाँटने के बजाए उसे जोड़े रखने की बात करेगा क्यूंकि कोई भी धर्म इस संसार को तोड़ने के लिए नहीं बना केवल जोड़ने के लिए ही बना है, जिस नफरत को आज इतना आगे बढ़ाया जा रहा है उस नफरत में उन लोगों का क्या होगा जो धर्म से पहले आज भी इंसानियत को दर्जा देते है, एक बार बिना किसी धर्म से पहले इस देश के बारे में सोचें | 

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2 Comments

  1. खबर का बहुत ही विस्तृत तरह से वर्णन किया है. मुझे अब तक समझ मे नहीं आ रहा था की ये घटनाक्रम कैसे हुवा. हाँलाकी मै रोज अखबार पढता जरूर हूँ लेकीन मै उसी वक्त दिल्ली मे ही भारतीय छात्र संसद मे हिस्सा लिया था. तो दिनभर बिझी रहने के कारण अखबार नही पढ पाया.मेरे घर से बार बार इसी मसले को लेकर फोन आ रहे थे, जल्दी वापस बुला रहे थे. जब मै 26 को घर गया तो पता चला ये मसला कितना गंभीर है. लेकीन घटनाक्रम का ठिक से पता नही चल रहा था जो अभी चला. आपका बहुत बहुत धन्यवाद. देश आपको आने वाले समय मे जरूर साद करेगा, क्योंकी जब इस समय के बहुतांश पत्रकार सरकारकी चाटुकारिता करने मे लगे हुये है उस समय मे आप सच दिखाने की कोशिश कर रहे हो.

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